महाभारतम् — 5.33.43
Original
Segmented
एकया द्वे विनिश्चित्य त्रीन् चतुर्भिः वशे कुरु पञ्च जित्वा विदित्वा षट् सप्त हित्वा सुखी भव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एकया | एक | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| द्वे | द्वि | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| विनिश्चित्य | विनिश्चि | pos=vi |
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| चतुर्भिः | चतुर् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जित्वा | जि | pos=vi |
| विदित्वा | विद् | pos=vi |
| षट् | षष् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सप्त | सप्तन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |