महाभारतम् — 5.33.5
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच प्रवेशय महा-प्राज्ञम् विदुरम् दीर्घदर्शिनम् अहम् हि विदुरस्य अस्य न अकाल्यः जातु दर्शने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्रवेशय | प्रवेशय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्राज्ञम् | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| विदुरम् | विदुर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दीर्घदर्शिनम् | दीर्घदर्शिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| विदुरस्य | विदुर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| अकाल्यः | अकाल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जातु | जातु | pos=i |
| दर्शने | दर्शन | pos=n,g=n,c=7,n=s |