महाभारतम् — 5.34.4
Original
Segmented
विदुर उवाच शुभम् वा यदि वा पापम् द्वेष्यम् वा यदि वा प्रियम् अपृष्टः तस्य तद् ब्रूयाद् यस्य न इच्छेत् पराभवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| यदि | यदि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| द्वेष्यम् | द्विष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| वा | वा | pos=i |
| यदि | यदि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अपृष्टः | अपृष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रूयाद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| इच्छेत् | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| पराभवम् | पराभव | pos=n,g=m,c=2,n=s |