महाभारतम् — 5.34.65
Original
Segmented
यः पञ्च-अभ्यन्तरान् शत्रून् अविजित्य मति-क्षयान् जिगीषति रिपून् अन्यान् रिपवो ऽभिभवन्ति तम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,comp=y |
| अभ्यन्तरान् | अभ्यन्तर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अविजित्य | अविजित्य | pos=i |
| मति | मति | pos=n,comp=y |
| क्षयान् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| जिगीषति | जिगीष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| रिपून् | रिपु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अन्यान् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| रिपवो | रिपु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽभिभवन्ति | अभिभू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |