महाभारतम् — 5.35.20
Original
Segmented
प्रह्राद उवाच उदकम् मधुपर्कम् च अपि आनयन्तु सुधन्वने ब्रह्मन्न् अभ्यर्चनीयो ऽसि श्वेता गौः पीवरीकृता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रह्राद | प्रह्राद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| उदकम् | उदक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मधुपर्कम् | मधुपर्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| आनयन्तु | आनी | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
| सुधन्वने | सुधन्वन् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| ब्रह्मन्न् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अभ्यर्चनीयो | अभ्यर्च् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| श्वेता | श्वेत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| गौः | गो | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पीवरीकृता | पीवरीकृत | pos=a,g=f,c=1,n=s |