महाभारतम् — 5.35.3
Original
Segmented
आर्जवम् प्रतिपद्यस्व पुत्रेषु सततम् विभो इह कीर्तिम् पराम् प्राप्य प्रेत्य स्वर्गम् अवाप्स्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आर्जवम् | आर्जव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रतिपद्यस्व | प्रतिपद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पुत्रेषु | पुत्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |