महाभारतम् — 5.35.4
Original
Segmented
यावत् कीर्तिः मनुष्यस्य पुण्या लोकेषु गीयते तावत् स पुरुष-व्याघ्र स्वर्ग-लोके महीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावत् | यावत् | pos=i |
| कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मनुष्यस्य | मनुष्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पुण्या | पुण्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| गीयते | गा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तावत् | तावत् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |