महाभारतम् — 5.35.7
Original
Segmented
विरोचन उवाच प्राजापत्या हि वै श्रेष्ठा वयम् केशिनि सत्तमाः अस्माकम् खलु इमे लोकाः के देवाः के द्विजातयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विरोचन | विरोचन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राजापत्या | प्राजापत्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| श्रेष्ठा | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| केशिनि | केशिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| सत्तमाः | सत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| अस्माकम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| खलु | खलु | pos=i |
| इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| द्विजातयः | द्विजाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |