महाभारतम् — 5.37.12
Original
Segmented
शरण-आगत-हा च एव सर्वे ब्रह्महणैः एतैः समेत्य कर्तव्यम् प्रायश्चित्तम् इति श्रुतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शरण | शरण | pos=n,comp=y |
| आगत | आगम् | pos=va,comp=y,f=part |
| हा | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ब्रह्महणैः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| एतैः | एतद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समेत्य | समे | pos=vi |
| कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| प्रायश्चित्तम् | प्रायश्चित्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |