महाभारतम् — 5.39.15
Original
Segmented
यो ज्ञातिम् अनुगृह्णाति दरिद्रम् दीनम् आतुरम् स पुत्र-पशुभिः वृद्धिम् यशः च अव्ययम् अश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ज्ञातिम् | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुगृह्णाति | अनुग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दरिद्रम् | दरिद्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| दीनम् | दीन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आतुरम् | आतुर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| पशुभिः | पशु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वृद्धिम् | वृद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अव्ययम् | अव्यय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |