महाभारतम् — 5.39.31
Original
Segmented
सु व्याहृतानि धीराणाम् फलतः प्रविचिन्त्य यः अध्यवस्यति कार्येषु चिरम् यशसि तिष्ठति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सु | सु | pos=i |
| व्याहृतानि | व्याहृ | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| धीराणाम् | धीर | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| फलतः | फल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| प्रविचिन्त्य | प्रविचिन्तय् | pos=vi |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अध्यवस्यति | अध्यवसो | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कार्येषु | कार्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| यशसि | यशस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |