महाभारतम् — 5.39.47
Original
Segmented
यत् सुखम् सेवमानो ऽपि धर्म-अर्थाभ्याम् न हीयते कामम् तद् उपसेवेत न मूढ-व्रतम् आचरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यत् | pos=i |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सेवमानो | सेव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अर्थाभ्याम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| न | न | pos=i |
| हीयते | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कामम् | कामम् | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपसेवेत | उपसेव् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| न | न | pos=i |
| मूढ | मुह् | pos=va,comp=y,f=part |
| व्रतम् | व्रत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आचरेत् | आचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |