महाभारतम् — 5.39.68
Original
Segmented
सहस्रिणो ऽपि जीवन्ति जीवन्ति शतिनः तथा धृतराष्ट्रम् विमुञ्च इच्छाम् न कथंचिद् न जीव्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सहस्रिणो | सहस्रिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| जीवन्ति | जीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| जीवन्ति | जीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| शतिनः | शतिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विमुञ्च | विमुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इच्छाम् | इच्छा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| कथंचिद् | कथंचिद् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| जीव्यते | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |