महाभारतम् — 5.40.28
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच एवम् एतद् यथा माम् त्वम् अनुशाससि नित्यदा मे अपि च मतिः सौम्य भवति एवम् यथा आत्थ माम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनुशाससि | अनुशास् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| नित्यदा | नित्यदा | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| आत्थ | अह् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |