महाभारतम् — 5.42.22
Original
Segmented
यथा स्वम् वान्तम् अश्नाति श्वा वै नित्यम् अभूतये एवम् ते वान्तम् अश्नन्ति स्व-वीर्यस्य उपजीवनात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=8,n=s |
| वान्तम् | वम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| अश्नाति | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| श्वा | श्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| अभूतये | अभूति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वान्तम् | वम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| अश्नन्ति | अश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| वीर्यस्य | वीर्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| उपजीवनात् | उपजीवन | pos=n,g=n,c=5,n=s |