महाभारतम् — 5.45.1
Original
Segmented
सनत्सुजात उवाच यत् तत् शुक्रम् महत् ज्योतिः दीप्यमानम् महद् यशः तद् वै देवा उपासन्ते यस्माद् अर्को विराजते योगिनः तम् प्रपश्यन्ति भगवन्तम् सनातनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सनत्सुजात | सनत्सुजात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शुक्रम् | शुक्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दीप्यमानम् | दीप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| उपासन्ते | उपास् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| यस्माद् | यद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अर्को | अर्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विराजते | विराज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| योगिनः | योगिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रपश्यन्ति | प्रपश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| भगवन्तम् | भगवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| सनातनम् | सनातन | pos=a,g=m,c=2,n=s |