महाभारतम् — 5.45.22
Original
Segmented
एवम् यः सर्व-भूतेषु आत्मानम् अनुपश्यति अन्यत्र अन्यत्र युक्तेषु किम् स शोचेत् ततः परम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| भूतेषु | भूत | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुपश्यति | अनुपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| युक्तेषु | युज् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
| किम् | किम् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शोचेत् | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| ततः | ततस् | pos=i |
| परम् | परम् | pos=i |