महाभारतम् — 5.47.10
Original
Segmented
ह्रिया ज्ञानेन तपसा दमेन क्रोधेन अथो धर्म-गुप्त्या धनेन अन्याय-वृत्तः कुरु-पाण्डवेयान् अध्यातिष्ठद् धार्तराष्ट्रो दुरात्मा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ह्रिया | ह्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| ज्ञानेन | ज्ञान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| दमेन | दम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| क्रोधेन | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अथो | अथो | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| गुप्त्या | गुप्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| धनेन | धन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अन्याय | अन्याय | pos=n,comp=y |
| वृत्तः | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| पाण्डवेयान् | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अध्यातिष्ठद् | अध्यास्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| धार्तराष्ट्रो | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुरात्मा | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |