महाभारतम् — 5.47.28
Original
Segmented
यदा अभिमन्युः पर-वीर-घाती शरैः परान् मेघः इव अभिवृः विगाहिता कृष्ण-समः कृतास्त्रस् तदा युद्धम् धार्तराष्ट्रो ऽन्वतप्स्यत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| अभिमन्युः | अभिमन्यु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| वीर | वीर | pos=n,comp=y |
| घाती | घातिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मेघः | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अभिवृः | अभिवृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विगाहिता | विगाह् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| कृष्ण | कृष्ण | pos=n,comp=y |
| समः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कृतास्त्रस् | कृतास्त्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धार्तराष्ट्रो | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्वतप्स्यत् | अनुतप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrn |