महाभारतम् — 5.47.35
Original
Segmented
रणे हते कौरवाणाम् प्रवीरे शिखण्डिना सत्तमे न जातु नः शत्रवो धारयेयुः असंशयम् सत्यम् एतद् ब्रवीमि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हते | हन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| कौरवाणाम् | कौरव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रवीरे | प्रवीर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| शिखण्डिना | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सत्तमे | सत्तम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| शत्रवो | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| धारयेयुः | धारय् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| असंशयम् | असंशयम् | pos=i |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |