महाभारतम् — 5.47.37
Original
Segmented
यदा द्रष्टा सृञ्जयानाम् अनीके धृष्टद्युम्नम् प्रमुखे रोचमानम् अस्त्रम् यस्मै गुह्यम् उवाच धीमान् द्रोणः तदा तप्स्यति धार्तराष्ट्रः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| द्रष्टा | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| सृञ्जयानाम् | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अनीके | अनीक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| धृष्टद्युम्नम् | धृष्टद्युम्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रमुखे | प्रमुख | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| रोचमानम् | रुच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यस्मै | यद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| गुह्यम् | गुह्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| धीमान् | धीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| द्रोणः | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| तप्स्यति | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| धार्तराष्ट्रः | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |