महाभारतम् — 5.51.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच यस्य वै न अनृताः वाचः प्रवृत्ता अनुशुश्रुमः त्रैलोक्यम् अपि तस्य स्याद् योद्धा यस्य धनंजयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अनृताः | अनृत | pos=a,g=f,c=2,n=p |
| वाचः | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| प्रवृत्ता | प्रवृत् | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
| अनुशुश्रुमः | अनुश्रु | pos=v,p=1,n=p,l=lit |
| त्रैलोक्यम् | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| योद्धा | योद्धृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |