महाभारतम् — 5.51.19
Original
Segmented
यदा हि अभीक्ष्णम् सु बहून् प्रकाराञ् श्रोतास्मि तान् आवसथे कुरूणाम् तेषाम् समन्तात् च तथा रण-अग्रे क्षयः किल अयम् भरतान् उपैति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| अभीक्ष्णम् | अभीक्ष्णम् | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| प्रकाराञ् | प्रकार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| श्रोतास्मि | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आवसथे | आवसथ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| रण | रण | pos=n,comp=y |
| अग्रे | अग्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| क्षयः | क्षय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किल | किल | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भरतान् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपैति | उपे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |