महाभारतम् — 5.51.9
Original
Segmented
त्रयस्त्रिंशत् समाहूय खाण्डवे ऽग्निम् अतर्पयत् जिगाय च सुरान् सर्वान् न अस्य वेद्मि पराजयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रयस्त्रिंशत् | त्रयस्त्रिंशत् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| समाहूय | समाह्वा | pos=vi |
| खाण्डवे | खाण्डव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अतर्पयत् | तर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| जिगाय | जि | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| च | च | pos=i |
| सुरान् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वेद्मि | विद् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| पराजयम् | पराजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |