महाभारतम् — 5.52.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच यथा एव पाण्डवाः सर्वे पराक्रान्ता जिगीषवः तथा एव अभिसराः तेषाम् त्यक्तात्मानो जये धृताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यथा | यथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पराक्रान्ता | पराक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| जिगीषवः | जिगीषु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अभिसराः | अभिसर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| त्यक्तात्मानो | त्यक्तात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| जये | जय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धृताः | धृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |