महाभारतम् — 5.60.2
Original
Segmented
अशक्या देव-सचिवाः पार्थाः स्युः इति यद् भवान् मन्यते तत् भयम् व्येतु भवतो राज-सत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अशक्या | अशक्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| सचिवाः | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पार्थाः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| यद् | यत् | pos=i |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मन्यते | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| व्येतु | वी | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| भवतो | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |