महाभारतम् — 5.7.18
Original
Segmented
आभ्याम् अन्यतरम् पार्थ यत् ते हृद्यतरम् मतम् तद् वृणीताम् भवान् अग्रे प्रवारय् त्वम् हि धर्मतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आभ्याम् | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| अन्यतरम् | अन्यतर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हृद्यतरम् | हृद्यतर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वृणीताम् | वृ | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अग्रे | अग्रे | pos=i |
| प्रवारय् | प्रवारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| धर्मतः | धर्मतस् | pos=i |