महाभारतम् — 5.7.34
Original
Segmented
सारथ्यम् तु त्वया कार्यम् इति मे मानसम् सदा चिर-रात्र-ईप्सितम् कामम् तद् भवान् कर्तुम् अर्हति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सारथ्यम् | सारथ्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| इति | इति | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मानसम् | मानस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| चिर | चिर | pos=a,comp=y |
| रात्र | रात्र | pos=n,comp=y |
| ईप्सितम् | ईप्सय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |