महाभारतम् — 5.7.36
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् प्रमुदितः पार्थः कृष्णेन सहितः तदा वृतो दाशार्ह-प्रवरैः पुनः आयाद् युधिष्ठिरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| प्रमुदितः | प्रमुद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पार्थः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कृष्णेन | कृष्ण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सहितः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| वृतो | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दाशार्ह | दाशार्ह | pos=n,comp=y |
| प्रवरैः | प्रवर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आयाद् | आया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |