महाभारतम् — 5.70.30
Original
Segmented
स तद्-आत्म-अपराधेन सम्प्राप्तो व्यसनम् महत् स इन्द्रान् गर्हयते देवान् न आत्मानम् च कथंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| अपराधेन | अपराध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सम्प्राप्तो | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| स | स | pos=i |
| इन्द्रान् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| गर्हयते | गर्हय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |