महाभारतम् — 5.80.4
Original
Segmented
विदितम् ते महा-बाहो धर्म-ज्ञ मधुसूदन यथा निकृतिम् आस्थाय भ्रंशिताः पाण्डवाः सुखात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहो | बाहु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| मधुसूदन | मधुसूदन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| निकृतिम् | निकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आस्थाय | आस्था | pos=vi |
| भ्रंशिताः | भ्रंशय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सुखात् | सुख | pos=n,g=n,c=5,n=s |