महाभारतम् — 5.83.10
Original
Segmented
यथा प्रीतिः महा-बाहो त्वयि जायेत तस्य वै तथा कुरुष्व गान्धारे कथम् वा भीष्म मन्यसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहो | बाहु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| जायेत | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| गान्धारे | गान्धारि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |