महाभारतम् — 5.88.6
Original
Segmented
निकृत्या भ्रंशिता राज्यात् जन-अर्हाः निर्जनम् गताः विनीत-क्रोध-हर्षाः च ब्रह्मण्याः सत्य-वादिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निकृत्या | निकृति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| भ्रंशिता | भ्रंशय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| राज्यात् | राज्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| जन | जन | pos=n,comp=y |
| अर्हाः | अर्ह | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| निर्जनम् | निर्जन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| विनीत | विनी | pos=va,comp=y,f=part |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| हर्षाः | हर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| ब्रह्मण्याः | ब्रह्मण्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
| वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |