महाभारतम् — 5.89.31
Original
Segmented
अथ यो गुण-सम्पन्नान् हृदयस्य अप्रियान् अपि प्रियेण कुरुते वश्यान् चिरम् यशसि तिष्ठति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अथ | अथ | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| सम्पन्नान् | सम्पद् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| हृदयस्य | हृदय | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अप्रियान् | अप्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रियेण | प्रिय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वश्यान् | वश्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| यशसि | यशस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |