महाभारतम् — 5.9.42
Original
Segmented
तस्मात् शक्र-वध-अर्थाय वृत्रम् उत्पादयामि अहम् लोकाः पश्यन्तु मे वीर्यम् तपसः च बलम् महत् स च पश्यतु देवेन्द्रो दुरात्मा पाप-चेतनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| शक्र | शक्र | pos=n,comp=y |
| वध | वध | pos=n,comp=y |
| अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| वृत्रम् | वृत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उत्पादयामि | उत्पादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पश्यन्तु | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तपसः | तपस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| पश्यतु | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| देवेन्द्रो | देवेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुरात्मा | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पाप | पाप | pos=n,comp=y |
| चेतनः | चेतना | pos=n,g=m,c=1,n=s |