महाभारतम् — 5.9.50
Original
Segmented
यदा व्यवर्धत रणे वृत्रो बल-समन्वितः त्वष्टुः तपः-बलात् विद्वान् तदा शक्रो न्यवर्तत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| व्यवर्धत | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वृत्रो | वृत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बल | बल | pos=n,comp=y |
| समन्वितः | समन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वष्टुः | त्वष्टृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
| बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न्यवर्तत | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |