महाभारतम् — 5.92.37
Original
Segmented
आसनम् सर्वतोभद्रम् जाम्बूनद-परिष्कृतम् कृष्ण-अर्थे कल्पितम् तत्र धृतराष्ट्रस्य शासनात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आसनम् | आसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सर्वतोभद्रम् | सर्वतोभद्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| जाम्बूनद | जाम्बूनद | pos=n,comp=y |
| परिष्कृतम् | परिष्कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| कृष्ण | कृष्ण | pos=n,comp=y |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कल्पितम् | कल्पय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| धृतराष्ट्रस्य | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शासनात् | शासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |