महाभारतम् — 5.95.5
Original
Segmented
ते च क्षय-अन्ते जगतो हित्वा लोक-त्रयम् सदा क्षयम् गच्छन्ति वै सर्वे सृज्यन्ते च पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| क्षय | क्षय | pos=n,comp=y |
| अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| जगतो | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| त्रयम् | त्रय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गच्छन्ति | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| वै | वै | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सृज्यन्ते | सृज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| च | च | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |