महाभारतम् — 5.98.1
Original
Segmented
नारद उवाच हिरण्यपुरम् इति एतत् ख्यातम् पुर-वरम् महत् दैत्यानाम् दानवानाम् च माया-शत-विचारिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हिरण्यपुरम् | हिरण्यपुर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ख्यातम् | ख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| पुर | पुर | pos=n,comp=y |
| वरम् | वर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| दैत्यानाम् | दैत्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| दानवानाम् | दानव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| माया | माया | pos=n,comp=y |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| विचारिन् | विचारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |