महाभारतम् — 6.103.1
Original
Segmented
संजय उवाच युध्यताम् एव तेषाम् तु भास्करे ऽस्तम् उपागते संध्या समभवद् घोरा न अपश्याम ततो रणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| युध्यताम् | युध् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| एव | एव | pos=i |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| भास्करे | भास्कर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽस्तम् | अस्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपागते | उपागम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| संध्या | संध्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| समभवद् | सम्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| घोरा | घोर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अपश्याम | पश् | pos=v,p=1,n=p,l=lan |
| ततो | ततस् | pos=i |
| रणम् | रण | pos=n,g=m,c=2,n=s |