महाभारतम् — 6.103.4
Original
Segmented
सोमकान् च जितान् दृष्ट्वा निरुत्साहान् महा-रथान् चिन्तयित्वा चिरम् ध्यात्वा अवहारम् अरोचयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सोमकान् | सोमक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| जितान् | जि | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| निरुत्साहान् | निरुत्साह | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| चिन्तयित्वा | चिन्तय् | pos=vi |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| ध्यात्वा | ध्या | pos=vi |
| अवहारम् | अवहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अरोचयत् | रोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |