महाभारतम् — 6.104.46
Original
Segmented
ध्रुवम् च त्वा हनिष्यामि शपे सत्येन ते ऽग्रतः एतत् श्रुत्वा वचो मह्यम् यत् क्षमम् तत् समाचर
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| हनिष्यामि | हन् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| शपे | शप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽग्रतः | अग्रतस् | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मह्यम् | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समाचर | समाचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |