महाभारतम् — 6.106.1
Original
Segmented
संजय उवाच अर्जुनः तु रणे राजन् दृष्ट्वा भीष्मस्य विक्रमम् शिखण्डिनम् अथ उवाच समभ्येहि पितामहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| भीष्मस्य | भीष्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विक्रमम् | विक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शिखण्डिनम् | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समभ्येहि | समभ्ये | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |