महाभारतम् — 6.107.1
Original
Segmented
संजय उवाच सात्यकिम् दंशितम् युद्धे भीष्माय अभ्युद्यतम् तदा आर्श्यशृङ्गिः महा-इष्वासः वारयामास संयुगे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सात्यकिम् | सात्यकि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दंशितम् | दंशय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भीष्माय | भीष्म | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| अभ्युद्यतम् | अभ्युद्यम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| आर्श्यशृङ्गिः | आर्श्यशृङ्गि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| इष्वासः | इष्वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वारयामास | वारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |