महाभारतम् — 6.110.1
Original
Segmented
संजय उवाच अर्जुनः तु रणे शल्यम् यतमानम् महा-रथम् छादयामास समरे शरैः संनत-पर्वभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| शल्यम् | शल्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यतमानम् | यत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| छादयामास | छादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समरे | समर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| संनत | संनम् | pos=va,comp=y,f=part |
| पर्वभिः | पर्वन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |