महाभारतम् — 6.110.2
Original
Segmented
सुशर्माणम् कृपम् च एव त्रिभिः त्रिभिः अविध्यत प्राग्ज्योतिषम् च समरे सैन्धवम् च जयद्रथम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुशर्माणम् | सुशर्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृपम् | कृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अविध्यत | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| प्राग्ज्योतिषम् | प्राग्ज्योतिष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सैन्धवम् | सैन्धव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| जयद्रथम् | जयद्रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |