महाभारतम् — 6.112.121
Original
Segmented
एवम् ते विरथाः पञ्च कृपः शल्यः च मारिष दुःशासनो विकर्णः च तथा एव च विविंशतिः सम्प्राद्रवन्त समरे निर्जिताः सव्यसाचिना
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विरथाः | विरथ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कृपः | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शल्यः | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| मारिष | मारिष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दुःशासनो | दुःशासन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विकर्णः | विकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| विविंशतिः | विविंशति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सम्प्राद्रवन्त | सम्प्रद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| निर्जिताः | निर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सव्यसाचिना | सव्यसाचिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |