महाभारतम् — 6.115.49
Original
Segmented
दिशम् वैश्रवण-आक्रान्ताम् यदा गन्ता दिवाकरः विमोक्ष्ये ऽहम् तदा प्राणान् सुहृदः सु प्रियान् अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वैश्रवण | वैश्रवण | pos=n,comp=y |
| आक्रान्ताम् | आक्रम् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| यदा | यदा | pos=i |
| गन्ता | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| दिवाकरः | दिवाकर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विमोक्ष्ये | विमुच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सुहृदः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| प्रियान् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |