महाभारतम् — 6.116.30
Original
Segmented
वासुदेव-सहायः त्वम् महत् कर्म करिष्यसि यत् न उत्सहति देव-इन्द्रः सह देवैः अपि ध्रुवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वासुदेव | वासुदेव | pos=n,comp=y |
| सहायः | सहाय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करिष्यसि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| उत्सहति | उत्सह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| देवैः | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |