महाभारतम् — 6.16.2
Original
Segmented
य आत्मनो दुश्चरिताद् अशुभम् प्राप्नुयात् नरः एनसा तेन न अन्यम् स उपाशङ्कितुम् अर्हति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आत्मनो | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दुश्चरिताद् | दुश्चरित | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अशुभम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्नुयात् | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एनसा | एनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| अन्यम् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उपाशङ्कितुम् | उपाशङ्क् | pos=vi |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |